tag:blogger.com,1999:blog-5603555763859605198.post1556496147765115445..comments2024-02-16T07:53:02.770-08:00Comments on indiavikalp: Shoe Journalism & Abusive Ministersindiavikalphttp://www.blogger.com/profile/03271916043188495931noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5603555763859605198.post-76172461866914058832009-04-07T13:33:00.000-07:002009-04-07T13:33:00.000-07:00अच्छी बात नहीं है।अच्छी बात नहीं है।anuraghttps://www.blogger.com/profile/02041905516663084228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5603555763859605198.post-12032115994861573822009-04-07T12:52:00.000-07:002009-04-07T12:52:00.000-07:00एक पत्रकार के रूप में मैं पाता हूं कि हमारी भूमिका...एक पत्रकार के रूप में मैं पाता हूं कि हमारी भूमिका महज समाज में व्याप्त गंदगी को चि.ित करने तक सीमित नहीं है। वरना आप गंदी नालियों की तस्वीरें समाचार पत्रों और चैनलों पर दे दें फिर इंतजार करें उस तंत्र का जिसकी चमडी इतनी मोटी है कि डंडे की मार से भी नींद नहीं टूटती। पत्रकारिता निश्चित रूप से इस गंदगी को दूर करने का भी एहसास है। मेरी मानिए तो नालियों की तस्वीरें छापकर जब कुछ फायदा न दिखे तो खुद कूद पडें नाली में और समाज का साथ लेकर उसे साफ कर दें।<BR/>दूसरे शब्दों में कहें तो स्वतंत्रता आंदोलन को सिर्फ सपोर्ट करना ही पत्रकारिता होती तो पत्रकार स्वतंत्रता सेनानी नहीं होता।<BR/><BR/>हमे जरनैल जैसे लोगों की प्रशंसा करनी होगी जो कि समाज के लिए अपना कैरियर न्योछावर करने से भी पीछे नहीं हटते।asheeshhttps://www.blogger.com/profile/16398072503293375912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5603555763859605198.post-5972241788151730442009-04-07T12:50:00.000-07:002009-04-07T12:50:00.000-07:00जिस प्रकार स्वतंत्रता के पूर्व के पत्रकारों ने अप...जिस प्रकार स्वतंत्रता के पूर्व के पत्रकारों ने अपनी भूमिका महज आंदोलन को समर्थन देने तक ही सीमित नहीं रखी थी बल्कि उसमें सहयोग भी किए थे इसी प्रकार आज के पत्रकारों को काम करना चाहिए।<BR/><BR/>एक पत्रकार के रूप में मैं सोचता हूं कि हमारी भूमिका महज गंदी नालियों की तस्वीरें छापने और भ्रष्ट तंत्र की कार्रवाई का इंतजार करने तक ही सीमित नहीं है। हमारा काम यह होना चाहिए कि समाज का सहयोग लेकर नाली में कूदें और इसे साफ करें। बाहर से तमाशा देखना और दिखाना पत्रकारिता नहीं।<BR/>हमें जरनैल जैसे पत्रकारों का धन्यवाद देना होगा।asheeshhttps://www.blogger.com/profile/16398072503293375912noreply@blogger.com